दुनिया भर में हुई तमाम शोध ये बताते हैं कि शुद्ध स्वास्थ्य आहार को अपनाकर हम बहुत हद तक हमारी जीवनशैली में होने वाली तमाम बीमारी जैसे कैंसर मधुमेह हार्ट अटैक हार्ट ब्लड प्रेशर लिवर सोरायसिस किडनी फेलिवर जैसी अनेक बिमारियों से बचा जा सकता है।कोविड- 19 मैंने देखा लिया है कि जो शुद्ध शखारी थी या जिनकी इम्युनिटी पॉवर स्ट्रॉन्ग थी वो ही सुरक्षित रहे आप चाहे जिस भी प्रकार का आहार ले आपको आपका क्यो पता होना चाहिए ये आहार लेने के बाद मेरे शरीर पर इसका क्या असर होगा आप अगर सिर्फ खाने पर ध्यान रखेंगे या अपने स्वास्थ्य पर नहीं रखेंगे तो लपरवाही का नतिजा कोविड-19 में हमने देखा है लाखो लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। शुद्ध शाकाहारी आहार का मतलब है कि आपको केवल भोजन से मिलने वाले भोजन को खाना है, किसी अन्य प्रकार के आहार को नहीं खाना है।
वीगन डाइट:- वीगन डाइट में ये जरूरी नहीं कि आप सिर्फ पोधो से मिले भोजन को ही खाएं बाल्की आप खाने को अपने नेचुरल फार्म में खाएं जितना अधिक हो सके खाने को उसके नेचुरल फार्म में खाना चाहिए इस तरह के आहार की सबसे अच्छी बात ये होती हैं कि इनसे आपको पोषक तत्व जैसे प्रोटीन फाइबर मिनरल्स विटामिन कार्बोहाइड्रेट एंटीऑक्सीडेंट आदि मिलते हैं। स्वास्थ्य के लिए ऐसी डाइट आपको गंभीर बीमारी से बचा सकती हैं
मांस में सैचुरेटेड फैट होता है जो खाने पर हृदय सम्बन्धी समस्याओ को बढ़ा सकता हैं एक अध्यन के मुताबिक पौधे आधारित आहार खाने से कार्डिओवैस्कुलर बीमारी के विकास के जोखिम में १६ प्रतिशत और ऐसी स्वस्थ स्थितियों की वजह से मृत्यु का जोखिम लगभग ३१ प्रतिशत काम हो सकता हैं सर तरह यहाँ भी पाया गया हैं की शाकाहार की वजस से एल डी एल ख़राब कोलेस्ट्रॉल १० से १५ प्रतिशत काम कर सकता हैं जब की सक्तः वीगन डाइट का पालन करने वाले अपना कोलेस्ट्रॉल २५ प्रतिशत काम कर सकते हैं ये सभी लोग जानते हैं की हमारी खान पान की आदतों में और डाईविटीज में सीधा सम्बन्ध हैं जब सैचुरेटेड फैट बॉडी में ज्यादा बढ़ जाता हैं और डाइजेशन सिस्टम को बिगाड़ देता है तब शुगर लेवल हाई हो जाता हैं और ये शुगर धीरे धीरे पुरे बॉडी में फेल कर पुरे बॉडी को बिगाड़ने लगती है और शरीर मधुमेह से ग्रसित होने लगता हैं धीरे धीरे ये शरीर के अन्य अंगो को बिगाड़ कर शरीर को बीमार बना देता हैं जिससे अन्य रोगो की उत्पत्ति होने लगती हैं और मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता हैं
शाकाहारी भोजन निश्चित रूप से स्वस्थ हैं लेकिन इसमें कुछ कमिया भी है अगर शाकाहारी लोग अलग अलग तरह के खाद्य पदार्थ नहीं खा रहे हैं तो उनमे कुछ सुक्ष्म पोषक तत्वों की कमी विकसित हो सकती है कुछ पोषक तत्वों को डेयरी उत्पादों और अंडो से बदलने की जरुरत होती हैं जैसे
कैल्सियम :– दूध शाकाहारी लोगो का प्रमुख स्त्रोत है लेकिन शाकाहारी लोगो के लिए इसे सोया दूध ब्रोकली संतरे का रस आवला आदि से बदला जा सकता हैं
ओमेगा -३ फैटी एसिड :- अलसी वनस्पति तेल शाकाहारी लोगो के लिए ओमेगा ३ का एक ौचा स्त्रोत हैं मगर इसे हम सी बैक्ट्रोन से बदल सकते हैं इसे ओमेगा ७ पाया जाता हैं जो किसी और सोर्स में नहीं होता।
विटामिन बी-१२ :- यहाँ पोषक तत्त्व पौधो से मिलना मुश्किल है ऐसे में भोजन से नहीं मिलने वाले पोषक तत्वों की भरपाई के लिए शाकाहारी लोगो को पूरक सुप्प्लिमेंट लेने की जरुरत हैं
एक शाकाहारी व्यक्ति को शरीर के सभी कार्य के लिए पर्याप्त प्रोटीन विटामिन कैल्सियम ओमेगा-३ फैटी एसिड ज़िंक और विटामिन बी १२ मिलना चाहिए ये सभी आपके शरीर में सभी प्रकार की रासायनिक क्रियाओ को चलाने के लिए अत्यंत जरुरी हैं जिस से शरीर का सञ्चालन ठीक से चल सके?